दिल्ली हिंसाः मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 52, हिंसा के खिलाफ मार्च कर रही एनएसयूआई
दिल्ली में फरवरी के अंतिम सप्ताह में तीन दिनों तक हुई हिंसा में अब तक कुल 52 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले जीटीबी अस्पताल में 44 मौतें दर्ज की गई हैं। इनमें 28 लोगों को 24 और 25 फरवरी को ब्रॉड डेड लाया गया था। बाकी 16 घायलों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। लोग अस्पताल पर उपचार न मिलने के आरोप लगा रहे हैं।
उपराज्यपाल करेंगे चार हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल आज दिन में हिंसा प्रभावित खजूरी, बृजपुरी, यमुना विहार और गोकुलपुरी का दौरा करेंगे। वह पहले भी कुछ दंगा प्रभावति इलाकों का दौरा कर चुके हैं।
एनएसयूआई कर रहा हिंसा के विरोध में प्रदर्शन
कांग्रेस की छात्र इकाई के सदस्यों ने आज दिल्ली हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन मार्च निकाला है। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं।
हिंसा पीड़ितों को सहायता देगी भाजपा
दिल्ली सरकार के बाद अब भाजपा भी हिंसा से पीड़ितों को सहायत देने के अभियान में जुट गई है। प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने निर्णय लिया है कि हिंसा पीड़ितों को कम से कम पांच हजार रुपये की फौरी तौर पर सहायता की जाए। इसके तहत चावल, आटा, तेल, मसाला का एक पैकेट भी पीड़ितों को दिया जाएगा ताकि वह अपनी पेट की भूख मिटा सके।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दर्दनाक हिंसा हुई, न जाने कितने लोग बर्बाद हो गए। हिंसा में इंसानियत और भाईचारे की हत्या हुई। इसे पाटने में काफी समय लगेग, स्थित सामान्य करने के में भी काफी वक्त लगेगा।
हिंसा को लेकर भाजपा की कोर कमेटी ने निर्णय लिया है कि पीड़ितों को फौरी राहत दी जाए, क्योंकि दिल्ली सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। भाजपा की कोशिश है कि बेघर हुए लोगों को राहत दी जाए। इसके लिए शुक्रवार से भाजपा की टीम कम से कम 200 घरों तक पहुंचेगी। पीड़ितों के लिए 800 रुपये का एक पैकेट तैयार किया गया। इसमें दाल, चावल, आटा समेत अन्य खाद्य पदार्थ दिया जाए। इसके अलावा हर परिवार को 4000 से अधिक रुपये भी दिया जाएंगे। तिवारी ने कहा कि इंसानियत को बनाए रखना ही भाजपा का मूल उद्देश्य है। यह भी कहा कि भाजपा सभी वर्ग के लोगों को राहत देने का काम करेगी।